छंद परिचय-
*अखण्ड छंद*
(जाति= वासव/चरण=४/कुल मात्रा=३२/कुल वर्ण= २०)
सुनो कहानी,
बड़ी महानी|
चले न कोई,
विपत्ति राही|
अयोग्य ना तू,
न सोचना ये|
असीम कर्ता,
वही वि-हर्ता|
कभी अकेला,
न सोच प्यारे|
सदा लगाना,
वि-घोष न्यारे|
वही विजेता|
वही विनेता|
नमों करे हो,
वही गुरू है|
वही चलाएँ,
हुँ मै खिलौना|
प्रणाम देवो,
बने सलौना|
©पुखराज यादव
महासमुन्द
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